Free online devotional hindi pdf books and Upanishads
वेद हिन्दू या सनातन धर्म का प्रारंभिक स्रोत हैं और उपनिषद वैदिक दर्शन का सार हैं। इन्हें ही वेदान्त के नाम से भी जाना जाता है। भारतीय आध्यात्म और दर्शन में रुचि रखने वाले इन ग्रंथों के अध्ययन भर से ज्ञान की परम उंचाईयों को प्राप्त कर सकते हैं। मूलत: संस्कृत में लिखे गये इन ग्रंथों पर बहुत से विदेशी विद्वानों ने भी अपने भाष्य लिखे हैं। इनकी संख्या 108 मानी जाती है। परंतु मुख्य उपनिषद 12—13 ही हैं। उपनिषदों के अलावा श्रीमद्भगवदगीता को भी संपूर्ण वेदों का सार माना गया है। हमारे ये पवित्र ग्रंथ हमारी प्राचीन और वैदिक सभ्यता की अमूल्य धरोहर माने जाते हैं।
इस समय बहुत सारे धर्मग्रंथ और आध्यात्मिक साहित्य का एक बड़ा हिस्सा इंटरनेट पर भी उपलब्ध है। इसका एक बड़ा फायदा है कि बहुत सा ऐसा साहित्य आसानी से सभी जगह और दुनियाभर में इसके पढ़ने वालों को उपलब्ध हो जाता है। जो लोग इसे मुफ्त इंटरनेट पर उपलब्ध करा रहे हैं वे साधुवाद के पात्र हैं —
इस लिंक पर बहुत सारी धार्मिक पुस्तकें और ग्रंथ आसानी से डाउनलोड करके पढ़े जा सकते हैं। स्वयं भी इसका लाभ लें और दूसरों को भी बतायें।
Atreya Upanishad अत्रेय उपनिषद
Ishawasya Upanishad ईशावस्योपनिषद्
Manusmriti मनुस्मृति
Vidur Niti विदुरनीति
Gita-Govindam गीत गोविन्दम
Avadhoot Geeta अवधूत गीता
Bhajagovindam भजगोविन्दम
Vivekchudamani विवेकचूड़ामणि
Chaitanya Shikshamrit चैतन्य शिक्षामृत
Saundarya Lahari सौन्दर्य लहरी
Shri udiya babaji ke sansmaran श्री उड़िया बाबाजी के संस्मरण
Samskrita Swayam Shikshak संस्कृत स्वयं शिक्षक
Autobiography by a Yogi
Prana and Pranayama
Living with Himalayan Masters
Holy Geeta by Swami Chinmayanand
How I became a hindu by David Frawley
An Introduction to Buddhist Philosophy
Swami Sivanand : What happens to the soul after death
No comments:
Post a Comment